Friday 29 September 2017

इस मस्ज़िद को पहले जबरन चर्च में बदला गया, फिर हुआ एक करिश्मा और चर्च मस्ज़िद में तब्दील हुई

अल्जीरिया की राजधानी और वहां के सबसे बड़े शहर अल्जीयर्स में मौजूद जामा कतशावह मस्जिद उस्मानी दौर के दौरान 1612 में तामीर करवाई गई थी जिसे 1845 में फ़्रांस के सम्राजवादीयों द्वारा चर्च में बदल दिया गया था, जिसे वापस 1962 में अल्जीरिया की आज़ादी के बाद मस्जिद मे तबदील कर दिया गया।
ये मस्जिद मुरिश और बेंज़ेनटाईन आर्कटेक्चर का बेहतरीन नमुना है। इस मस्जिद को संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था।
23 सीढ़ी चढ़ कर ही आप इस मस्जिद में दाख़िल हो सकते हैं और इस मस्जिद के बारे मे कहा जाता है कि इसकी तामीर इस्लामी तारीख़ के सबसे महान नौसेना कमांडरों मे से एक एडमिरल हेरीद्दीन बरबरोसा पाशा के बेटे हसन पाशा ने तामीर करवाया था ! जो उस्मानी सुल्तान की सरपरस्ती में अल्जीरिया पर हुकुमत कर रहे थे।
जब फ़्रांसीसीयों ने इस शहर पर क़ब्ज़ा कर लिया तो इस मस्जिद को गिर्जाघर मे बदलते हुए इसका नाम “The St. Philippe Cathedral” रखा जो 1962 तक इसी नाम से जानी गई।

जब भक्त ने Ravish Kumar NDTV से पूछा आपका पैसा कितना ईमानदारी का है

Sunday 24 September 2017

तेरी डोली उठी
मेरी मयत उठी
फूल तुझ पर भी बरसे
फूल मुझ पर भी बरसे
फ़र्क़ सिर्फ इतना सा था
तू सज गयी
मुझे सजाया गया
तू भी घर को चली
में भी घर को चला
फ़र्क़ सिर्फ इतना सा था
तू उठ के गयी
मुझे उठाया गया
महफ़िल वहा भी थी
लोग यहा भी थे
फ़र्क़ सिर्फ इतना सा था
उनका हँसना वहा
इनका रोना यहा
काजी उधर भी था
मोलवी इधर भी था
दो बोल तेरे पढ़े , दो बोल मेरे पढ़े
तेरा निकाह पढ़ा , मेरा जनाजा पढ़ा
फ़र्क़ सिर्फ इतना सा था
तुझे अपनाया गया
मुझे दफनाया गया
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assalamuhalekum plz jarur padhe aur share kare

ताजिया और मुहर्रम:आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खान अलैहे रहमा बरेलवी का फतवा है ताजिया निकालना, ढोल बजाना, औरतो का सीना पीटना, काले कपड़े पहनना, अपने जिस्म को जानबूझकरतकलीफ देना (तलवार, सुइये और दीगर लोहे के औजार से जिस्म को जख्मी करना) ये सब काम नाजाइज़ है । क्योंकि मुहर्रम का दिन इस्लाम के लिए गम का दिन नहीं बल्कि इस दिन इमामे हुसैन की शहादत से इस्लाम को नई ज़िन्दगी मिली ।
मुहर्रम के दिन ये ना करें-
1. काले कपडे पहनना ।2. ताजिया निकालना ।3. मातम मनाना ।4. औरतो का सीना पीटना ।5. ढोल बजाना ।6. अपने जिस्म को तकलीफ देना ।7. औजारों से खेलना ।8. दिखावा करना ।9. ताजिया देखने जाना ।10. ताजिये के नीचे से निकलना ।
मुहर्रम के दिन क्या करे -
1. सबसे अफज़ल काम है रोज़ा रखे । जहाँ तक हो सके 9 और 10 मुहर्रम को दो रोज़े रखे ।क्योंकि मुहर्रम की 10 तारीख एक दिन तो यहूदी भी रोज़ा रखते थे ।2. शरबत या दलीम (अलग अलग दालों से बनने वाला पकवान) पर फातिहा दिलाये ।3. इबादत करे । मुहर्रम के 10 दिन इमामे हुसैन की अज़ीम शहादत का बयान करे ।4. यह नसीहत ले की या अल्लाह तेरे रसूल के नवासे ने तेरे दीन के लिए अपनी गर्दन कटा दी अगर ज़रुरत पढ़ी तो में भी इन्शाल्लाह तेरी राह में शहीद हो जाऊँगा ।
याद रखना ये ताजिया खेलना और दिखावा करना अगर अल्लाह इससे नाराज़ हो गया तो कल क़यामत के दिन हमें बचाने वाला कोई नहीं होगा ।जो पक्का सुन्नी है और जो अपने रसूल और उसके नवासे इमामे हुसैन से मोहब्बत करता है वो अब ज़िन्दगी में कभी भी ताजिया देखने नहीं जाएगा । और अपने घर वालो और दोस्तों को भी रोकेगा ।याद रखना कल क़यामत के दिन जवाब आपको देना है । अब फैसला आपके हाथ में है

भाजपाईयों की बहादुरी का एक नमूना तो देखिये

भाजपाईयों की बहादुरी का एक नमूना तो देखिये
देशविरोधी नारा लगाने वाले देशद्रोहियों को साहेब एण्ड उनकी कम्पनी छू तक न सकी।
बीएचयू की छात्राओं को अकारण ही पुलिस के लाठीडंडो से लहूलुहान करवा दिया।
नौटंकीबाज

Saturday 23 September 2017

घोटाला HTTP://TZ.UCWEB.COM/4_1JCYH

BREAKING : खुल गई नरेंद्र मोदी की पोल, सामने आया सबसे बड़ा घोटाला http://tz.ucweb.com/4_1JCYh प्रधानमंत्री मोदी ने देश में मीडिया पर प्रचार खरीदने के लिए सौ दो सौ करोड़ रुपये नहीं, पूरे 11 अरब रुपये से ज्यादा खर्च किए. मीडिया को बिकाऊ कहने वाले बीजेपी के समर्थकों के लिए ये खबर झटका देने वाली हो सकती है. आरटीआई के मुताबिक ये जानकारी सामने आई है. नोटबंदी को लेकर विपक्ष के कठघरे में खड़ी भाजपा सरकार इस खुलासे के बाद और घिर सकती है. आरटीआई के मुताबिक मोदी सरकार ने पिछले ढाई सालों के भीतर अपने प्रचार-प्रसार पर 11 अरब रुपए से ज्यादा खर्च किए हैं.
ग्रेटर नोएडा के आरटीआई एक्टिविस्ट रामवीर तंवर ने 29 अगस्त 2016 को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से सूचना के अधिकार के जरिए पूछा था कि केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार बनाने से लेकर अगस्त 2016 तक विज्ञापन पर कितना सरकारी पैसा खर्च किया है. तीन माह बाद जब आरटीआई के जरिए मिले इस जवाब को देखकर आप जरूर चौंक जाएंगे. इसमें बताया गया है कि पिछले ढाई साल में मोदी सरकार ने विज्ञापन पर ग्यारह अरब रुपए से भी ज्यादा खर्च कर चुकी है.
आरटीआई के जरिए मंत्रालय से मिले विज्ञापन की जानकारी में बताया गया कि ब्रॉडकास्ट, कम्युनिटी रेडियो, इंटरनेट, दूरदर्शन, डिजिटल सिनेमा, प्रोडक्शन, टेलीकास्ट, एसएमएस के अलावा अन्य खर्च शामिल हैं. इनमें पिछले तीन सालों में मोदी सरकार की ओर से करीब ग्यारह अरब से भी ज्यादा रुपया खर्च किया गया है.
प्रचार प्रसार के इन माध्यमों पर किया गया इतना खर्च
SMS
2014 – 9. 07 करोड़
2015 – 5.15 करोड़
अगस्त 2016 तक – 3. 86 करोड़
इंटरनेट
2014 – 6. 61 करोड़
2015 – 14.13 करोड़
अगस्त 2016 तक – 1.99 करोड़
ब्राडकास्ट
2014 – 64. 39 करोड़
2015 – 94.54 करोड़
अगस्त 2016 तक – 40.63 करोड़
कम्युनिटी रेडियो
2014 – 88.40 लाख
2015 – 2.27 करोड
अगस्त 2016 तक – 81.45 लाख
डिजिटल सिनेमा
2014 -77 करोड़
2015 – 1.06 अरब
अगस्त 2016 तक – 6.23 करोड़
टेलीकास्ट
2014 – 2.36 अरब
2015-2.45 अरब
अगस्त 2016 तक – 38.71 करोड़
प्रोडक्शन
2014 – 8.20 करोड़
2015 – 13.90 करोड़
अगस्त 2016 तक -1.29 करोड़
तीन साल में हर साल इतना किया खर्च
2014 – एक जून 2014 से 31 मार्च 2015 तक करीब 4.48 अरब रुपए खर्च
2015 – 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2016 तक 5.42 अरब रुपए खर्च
2016 – 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2016 तक 1.20 अरब रुपए खर्च
इस मामले पर आरटीआई एक्टीविस्ट रामवीर तंवर ने कहा कि सुना करते थे कि मोदी चाय के पैसे भी खुद दिया करते थे. ऐसे में मन में विज्ञापन को लेकर सवाल उठने पर आरटीआई लगाई थी. अंदाजा ये था मोदी के विज्ञापनों पर 5 से 10 करोड़ रुपए का खर्चा किया होगा. लेकिन, ढाई साल में 1100 करोड़ रुपए खर्च करने का पता लगने के बाद से निराशा महसूस हुई है. उन्होंने कहा कि जब ढाई साल में 1100 सौ करोड़ का खर्च आया है केवल विज्ञापन पर तो पूरे पांच साल में मोदी जी के विज्ञापनों पर 3000 हजार करोड़ का खर्च आ सकता है. इसकी तुलना उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी की और कहा कि वहां सरकार के चुनाव प्रचार में 800 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. जबकि हमारे देश में एक केंद्र सरकार इतना पैसा खर्च कर दिया ये बहुत ही निंदनीय है.

UPDATE : NDTV के बिकने की खबर सच नहीं है ! NDTV ने जारी किया बयान NDTv ...